धरS तनी कमर राजा जी / Dhara Kamar Raja Ji
देही के दरद भगाई द ना हो माटी के बत्ती जरूर द ना हो …2 बरेला भक भक राखिले चक चक..फर राजा जी धर धर तनी कमर राजा जी तनी कमर राजा जी..2 तहरे ला सचल बाटे थाती कुँवर से सेज पार के आके परहेज करे प्यार से....... ताहर रनिया के जगल जवनिया हो पिया थोरे थोरे मजा लूटे द टूटे बदनिया हो पिया पोर-पोर बथटा रस-रस चढ़ता नस नस जार राजा जी धर धर तनी कमर राजा जी तनी कमर राजा जी धर धर तनी कमर राजा जी कमर राजा जी
धनि के ध्यान राखल ताहर धरम बा
मार दा हथौरा पिया लोहा गरम बा टी हमार एही से देही से छोरे हो गई लुटती पिया
जब पानी जवानी पर परी हो आग बुटी पिया खुस बरे आसू पंचम हो सासु संग सब हर राजा जी धार धर तनी कमर राजा जी 3 तनी कमर राजा जी 2
Thanks for this lyrics
जवाब देंहटाएंNice 👍
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